IND vs AUS: भारत के खिलाफ एक रन से 10000 का आंकड़ा छूने से चूकने के बाद स्मिथ ने तोड़ी चुप्पी, जानें क्या कहा
स्मिथ को इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए सिडनी में 38 रन बनाने की जरूरत थी, लेकिन भारत के खिलाफ आखिरी टेस्ट में वह 37 रन ही बना सके।
स्टीव स्मिथ – फोटो : cricket.com.au twitter
सिडनी में अपने घरेलू मैदान पर भारत के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट में 10 हजार टेस्ट रन पूरे करने से एक रन से चूकने के बाद ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करना अलग ही बात है और भारत के खिलाफ उनके दिमाग में यह आंकड़ा घूमता रहा।
स्टीव स्मिथ – फोटो : ICC
स्मिथ को इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए सिडनी में 38 रन बनाने की जरूरत थी, लेकिन भारत के खिलाफ आखिरी टेस्ट में वह 37 रन ही बना सके। ऑस्ट्रेलिया ने वह टेस्ट छह विकेट से जीतकर एक दशक बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। स्मिथ ने ‘सेन 1170 ब्रेकफास्ट’ शो पर कहा, ‘मैं आंकड़ों के बारे में ज्यादा नहीं सोचता लेकिन 10000 रन अलग बात है। ईमानदारी से कहूं तो यह मेरे दिमाग में घूम रहा था। मैच से पहले मीडिया इस बारे में इतनी बात कर रहा था क्योंकि मैं उस आंकड़े के करीब था।’
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‘नंबर 38’ स्मिथ के दिमाग में इतना चल रहा था कि उन्होंने मजाक में कहा कि वह जोश हेजलवुड से हमेशा इसे जोड़कर देखेंगे क्योंकि हेजलवुड का जर्सी नंबर 38 है। उन्होंने कहा, ‘मुझे पता था कि मुझे 38 रन चाहिए। मैं उस रात सोने गया तो हेजलवुड की शर्ट का पीछे का हिस्सा मुझे दिख रहा था क्योंकि उस पर 38 लिखा है। यह अजीब था क्योंकि यह मेरे दिमाग में लगातार घूम रहा था। खुशी की बात यह है कि हम मैच जीतने में सफल रहे लिहाजा यह मायने नहीं रखता था।’
स्टीव स्मिथ – फोटो : Twitter
ऑस्ट्रेलियाई टीम अब दो टेस्ट की सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा करेगा जिसका पहला टेस्ट 29 जनवरी से गॉल में खेला जाएगा। स्मिथ ने कहा, ‘सिडनी में अपने दोस्तों और परिवार के सामने इस आंकड़े तक पहुंचना शानदार होता लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि कैरियर में इस मुकाम तक पहुंच सकूंगा लेकिन यह सपना सच होने जैसा है।
BCCI: भारतीय टीम में नहीं चल रहा सब सही? चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोच गंभीर के भविष्य की समीक्षा करेगा बीसीसीआई
गंभीर ने पिछले साल जुलाई से भारतीय टीम के कोच का पद संभाला था। भारत को तब से 10 में से छह टेस्ट मैचों में हार मिली है और उसने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज भी गंवाई थी। इसके और अपने खराब फॉर्म के कारण विराट कोहली और रोहित शर्मा के अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है।
गौतम गंभीर – फोटो : PTI
भारतीय टीम को जब से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार मिली है, तभी से टीम में सब सही नहीं चल रहा है। पूर्व क्रिकेटरों और प्रशंसकों ने जहां टीम के खिलाड़ियों और मुख्य कोच गौतम गंभीर को निशाने पर लिया है, वहीं अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भी सख्त रवैया अपनाने की सोच रहा है। भारत को अगले महीने चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेना है और बताया जा रहा है कि बीसीसीआई इसके प्रदर्शन के आधार पर गंभीर के कार्यकाल की समीक्षा करेगा।
गंभीर के कोच रहते टीम ने गंवाए 10 में से छह टेस्ट
गंभीर ने पिछले साल जुलाई से भारतीय टीम के कोच का पद संभाला था। भारत को तब से 10 में से छह टेस्ट मैचों में हार मिली है और उसने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज भी गंवाई थी। इसके और अपने खराब फॉर्म के कारण विराट कोहली और रोहित शर्मा के अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। इसके साथ ही गंभीर की स्थिति भी अब उतनी मजबूत नहीं है।
ऐसी अटकलें हैं कि ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उनके और प्रमुख खिलाड़ियों के बीच मतभेद रहे। भारत को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-3 से पराजय का सामना करना पड़ा। एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा, अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगा तो मुख्य कोच की स्थिति भी मजबूत नहीं रहेगी। हां, उनका कार्यकाल 2027 वनडे विश्व कप तक है, लेकिन समीक्षा जारी रहेगी। खेल में नतीजे अहम होते हैं और अभी तक गंभीर ने ठोस नतीजे नहीं दिए हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर हुई समीक्षा बैठक
ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर हाल ही में बीसीसीआई ने समीक्षा बैठक की थी और समझा जाता है कि टीम में संस्कृति को लेकर गंभीर और सीनियर खिलाड़ियों की राय एक नहीं थी। सूत्र ने कहा, गंभीर सुपरस्टार कल्चर खत्म करना चाहते हैं जो इतने साल से चला आ रहा है। 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स की कप्तानी करते हुए उन्होंने आईपीएल फाइनल में ब्रेंडन मैकुलम को बाहर बैठा दिया था। वह सुपरस्टार कल्चर खत्म करने आए हैं और इससे कुछ खिलाड़ियों को दिक्कत हो रही है।
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा, एक बार दिल्ली रणजी टीम के कप्तान रहते हुए गंभीर ने तय किया कि वे घरेलू मैच रोशनआरा मैदान पर खेलेंगे जहां पिच हरी भरी है लेकिन भारतीय टीम से बाहर एक बड़े सुपरस्टार ने जामिया मीलिया इस्लामिया मैदान पर खेलने पर जोर दिया जो दक्षिणी दिल्ली स्थित उनके घर के पास था। गंभीर ने इसे खारिज कर दिया था। इसी तरह भारतीय टीम में भी वह स्टार कल्चर नहीं चाहते।
खिलाड़ियों और गंभीर में हैं मतभेद?
समझा जाता है कि गंभीर इस बात से खुश नहीं थे कि कैसे कुछ स्टार खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होटलों और अभ्यास के समय को लेकर फरमाइशें रखी। दूसरी ओर सीनियर खिलाड़ियों को लगता है कि उनकी ओर से संवाद का अभाव है।